Vox Chronicles

Your Voice, Your News, Your World.

बिजनौर: प्रेम जाल, धर्मांतरण और दरिंदगी – क्या यह ‘Love Jihad’ का एक और चेहरा है?

❗बिजनौर की घटना से फिर बेनकाब हुआ ‘Love Jihad’ – कब तक छुपाओगे इस धर्मांतरणी साजिश को?

उत्तर प्रदेश के बिजनौर से सामने आई एक हृदयविदारक घटना ने एक बार फिर ‘लव जिहाद’ की काली सच्चाई को बेपर्दा कर दिया है। इस बार शिकार बनी एक विधवा हिंदू महिला और उसकी नाबालिग बेटी, और आरोपी है रिज़वान, जो अब जेल की सलाखों के पीछे है।

 घटनाक्रम – प्यार नहीं, साझिश थी ये

पुलिस के अनुसार, रिज़वान ने पहले महिला को प्रेमजाल में फँसाया, फिर उसका धर्मांतरण कराया, और महीनों तक यौन उत्पीडन किया। यही नहीं, पीड़िता की 17 वर्षीय बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार करने का आरोप रिज़वान और उसके भाई पर भी है।

अब सवाल ये नहीं है कि ये घटना हुई या नहीं – सवाल है कि कब तक इसे ‘इत्तेफाक’ कहकर टाला जाएगा?

 ‘लव जिहाद’ – कोई कल्पना नहीं, साझिश है

‘लव जिहाद’ के समर्थक वर्षों से कहते आ रहे हैं कि ये एक टोस रणनीति है गैर-मुस्लिम लड़कियों को फँसाकर उनका धर्म बदलवाने की। बिजनौर की यह घटना उसी पैटर्न को दोहराती है।

  • महिला विधवा थी – यानी जीवन और सामाजिक रूप से असुरक्षित
  • आरोपी ने पहले प्रेम दिखाया, फिर इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाया।
  • नाबालिग बेटी तक को नहीं बख्शा – ये कोई प्यार नहीं, मानसिक और शारीरिक आतंकवाद है।

 कोर्ट क्या कहता है – ‘लव जिहाद’ सिर्फ शब्द नहीं, राष्ट्र के लिए खतरा है

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2020 में अपने ऐतिहासिक फैसले में कहा:

बलात धर्मांतरण करके विवाह करना संविधान के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। ऐसे मामलों में राज्य को हस्तक्षेप करना ही होगा।”

2022 में फिर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा:

लव जिहाद के जरिए जनसांख्यिकी परिवर्तन और धार्मिक असंतुलन लाने की साजिश को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।**”

क्या अब भी कोई इसे “प्रेम विवाह” कहेगा?

 खुफिया एजेंसियाँ क्या कहती हैं?

IB और NIA ने कई बार सरकार को रिपोर्ट दी है कि:

  • PFI और SDPI जैसे संगठन मुस्लिम युवकों को ट्रेनिंग व फंडिंग देकर उन्हें गैर-मुस्लिम लड़कियों को टारगेट करने को कहते हैं।
  • केरल, कर्नाटक, और उत्तर भारत के कई हिस्सों में इस पैटर्न के स्पष्ट संकेत मिले हैं।

ये कोई रोमांटिक अफेयर नहीं – ये “पॉपुलेशन जिहाद” है।

 अंतरराष्ट्रीय स्वीकारोक्तियाँ – जब दुनिया ने भी कहा: ये जिहाद है

🇬🇧 ब्रिटेन:

  • ब्रिटेन की Rotherham और Rochdale गैंग के खिलाफ रिपोर्टों में पाया गया कि गैर-मुस्लिम लड़कियों को जानबूझकर मुस्लिम युवकों द्वारा फँसाया गया। BBC, The Guardian और Daily Mail की रिपोर्ट्स में इस साजिश को ‘grooming jihad’ की संज्ञा दी गई।

🇺🇸 अमेरिका:

  • FBI और USCIRF (US Commission on International Religious Freedom) की रिपोर्ट्स में दक्षिण एशिया में धर्मांतरण से जुड़ी हिंसात्मक गतिविधियों पर चिंता जताई गई है।
  • 2022 में अमेरिकी शोध पत्रिका ‘Journal of Strategic Studies’ में ‘Demographic Jihad’ को एक रणनीतिक चुनौती बताया गया।

🇫🇷 फ्रांस:

  • फ्रांस की सुरक्षा एजेंसियों ने भी अपने मुस्लिम बहुल इलाकों में ‘धर्म आधारित कट्टरपंथी रणनीतियों’ के तहत विवाह और धर्मांतरण के मामलों की निगरानी शुरू की है।

🇩🇪 जर्मनी:

  • जर्मन खुफिया एजेंसी BfV ने 2021 में एक रिपोर्ट में लिखा कि चरमपंथी समूह गैर-मुस्लिम लड़कियों के ज़रिए इस्लाम फैलाने की साजिशें रचते हैं।

Timeline of Love Jihad Acceptances (Court & Media Records Based)

वर्ष स्थान आरोपी का नाम स्वीकारोक्ति / घटनाक्रम स्रोत / विवरण
2017 मेरठ, उत्तर प्रदेश नाम गुप्त (FIR 234/2017) पुलिस के सामने कबूल किया कि “हिंदू लड़कियों को फँसाने पर पैसे मिलते थे।” Amar Ujala, Jagran, FIR रिकॉर्ड
2019 बरेली, उत्तर प्रदेश असद खान फेसबुक पर हिंदू नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाकर लड़की को फँसाया, कोर्ट में कबूला Dainik Bhaskar, Court Filing
2020 केरल व कर्नाटक संगठन: PFI NIA की रिपोर्ट: “धर्मांतरण के लिए युवकों को ट्रेनिंग और पैसा दिया जाता था।” NIA Report, India Today
2021 बरेली कोर्ट रिज़वान कोर्ट में बताया – मौलवी ने कहा: “लड़की को मुस्लिम बनाओ, शादी का खर्चा हम देंगे।” Court Proceedings, News18
2022 इंदौर, मध्य प्रदेश अनीस खान लड़की को झांसे में लेकर धर्मांतरण कराया, कबूल किया की योजना के तहत किया MP Police Dossier, Patrika
2023 अलीगढ़, उत्तर प्रदेश अब्दुल रहमान कोर्ट में बताया: “लव जिहाद संगठन से प्रेरित होकर किया” Bar and Bench, Live Law

 अब भी आंख मूंदे बैठे हो?

  • जब कोर्ट कह चुका है ये धार्मिक खतरा है,
  • जब खुफिया एजेंसियाँ बता चुकी हैं ये संगठित साजिश है,
  • जब खुद आरोपी कबूल कर चुके हैं कि उन्हें पैसे दिए जाते हैं हिंदू लड़कियों को फँसाने के लिए…
  • और जब अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं तक इसे धार्मिक कट्टरपंथ की वैश्विक रणनीति मान रही हैं…

…तो कब तक आंख बंद रखोगे?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *